शनिवार, 12 नवंबर 2011

कौन बनेगा करोड़पति के अगले सीज़न की तैयारी कर ली है ....कितना जीत सकती हूँ बताइए ?

 
आजकल टेली विज़न  पर करोडपति बनने और बनाने का मौसम छाया हुआ है | शो ख़त्म होने को है और लगातार एक के बाद एक करोडपति बने जा रहे हैं  और मैं आँख फाड़े - फाड़े देखती जा रही हूँ | इस मौसम में तो मेरा भाग लेना संभव नहीं हो पाया पर अगले मौसम के लिए मैंने अभी से तैयारियां  शुरू कर दी हैं | शो में भाग लेना कोई हँसी खेल तो है नहीं | सालों लग जाते हैं ढंग की तैयारी  करने में | प्रतिभागियों को देख - देख कर शो की कुछ तैयारियां मैंने कर ली हैं जो इस प्रकार हैं -
 
मैंने याद कर ली है बच्चन खानदान की वंशावली | वैसे बता दूँ की अपनी वंशावली मुझे कभी याद नहीं हो पाई | यहाँ तक कि अपने निकट के सम्बन्धियों के अलावा  मुझे कोई रिश्ता याद नहीं हो पाया, ना ही मैंने इसको समझने की झंझट उठाई  | रिश्तों से सम्बंधित इस तरह के प्रश्न जब भी किसी प्रतियोगी परीक्षा में देखे, फ़ौरन उन्हें छोड़ कर आगे बढ़ गयी | थोड़ी दूर के समस्त  रिश्ते - नाते मेरे लिए ज़िंदगी भर अंकल,  आंटी और कज़िन  बने रहे |
 
 मैंने कंठस्थ कर ली है पूज्य हरिवंश राय जी एवं तेजी  बच्चन जी की जन्म और  मृत्यु  की तिथि  | हरिवंश राय जी की समस्त कृतियों के नाम |  पूरी की पूरी मधुशाला, वह भी तर्ज में | इसके अलावा उनकी कई अन्य प्रसिद्द कविताएँ | इनमे से कई कवितायेँ स्कूल के समय में मेरी किताबों में भी थीं, जिन्हें मैं कवि का नाम पहचान नहीं पाने के कारण  परीक्षा में सदा छोड़ दिया करती थी  |
 
मैंने याद कर लिया है ----
 
सामान्य ज्ञान के अंतर्गत  अमिताभ बच्चन की सभी सफल फिल्मों के नाम | कुछ प्रसिद्द डायलॉग, उन्हीं के अंदाज़ में | अभिषेक, जया ,ऐश्वर्या  की समस्त फिल्मों के नाम  | उनके गाए हुए सभी गाने, जिन्हें गाने की जिद मैं अमित जी से हॉट सीट पर बैठकर करूंगी | वे लाख  मना करते रहेंगे, लेकिन मैं दो लाइनें सुने बगैर किसी भी हाल में नहीं मानूंगी | मैं ना उनका स्वास्थ्य  देखूंगी ना उम्र ना उनकी इच्छा | वे लाख कहते रहें कि उन्हें याद नहीं है लेकिन मुझे यह पक्का यकीन होगा कि उन्हें अपनी सारी फिल्मों  के सभी डायलॉग  और गाने कंठस्थ हैं और वे बहाना कर रहे हैं | 
 
मैंने बना ली है बच्चन चालीसा | अमिताभ स्तुति |  कुछ कविताएँ | चंद फुटकर शेर |  जिनका मैं  हॉट सीट में बैठकर सस्वर वाचन  करूंगी  | मैंने रिसर्च  कर ली है, उनकी ज़िंदगी की सभी बड़ी और छोटी घटनाओं के विषय में | हर प्रश्न के उत्तर के साथ मैं इन घटनाओं को ज़रूर सुनाउंगी, जिससे की अमिताभ चमत्कृत हो जाएँगे |  
 
मैं भूल गई हूँ, उपरोक्त परिवार  की  असफल और गुमनाम फिल्मों के नाम, उन फिल्मों को भी जिन्हें   देखकर सिनेमा हॉल  के मालिक से पैसे वापिस लेने की बात पर युद्ध तक की नौबत आ गई थी, या कभी इंटरवल पर उठ कर डायरेक्टर, प्रोड्यूसर समेत बच्चन खानदान को  गाली देते हुए लौट आए थे |
 
मैं भूल जाना चाहती हूँ   महात्मा गाँधी, बोस, पटेल, शास्त्री समेत  देश के कई  असली नायकों को |  मेरी नज़र में इस दुनिया में कोई नायक हुआ है तो वो सिर्फ़ अमिताभ बच्चन |

मैंने रट लिए हैं कुछ अंग्रेज़ी वाक्य | यह जानते हुए भी कि अमिताभ शो में सिर्फ़ शुद्ध हिन्दी बोलते हैं, मैं यथासंभव अपना अंग्रेज़ी ज्ञान बघारने का प्रयत्न करूंगी | उनके हिन्दी में पूछे गए सवाल का उत्तर सिर्फ़ अंग्रेज़ी में दूंगी |  फोन ए फ्रेंड के अंतर्गत मैंने उन लोगों का नाम शामिल किया है, जो चाहे किसी भी प्रश्न का उत्तर ना जाते हों, लकिन अमिताभ जी के  भूत, भविष्य और वर्तमान की जानकारी रखते हों, और उनके सबसे बड़े फैन  होने का दावा करते हों |
 
मैंने ताकीद दे दी है अपने पति को जिन्हें मैं अपने साथ लेकर जाउंगी कि वे अमिताभ जी की शान में चंद वाक्य रट लें ,  उनकी तरफ कैमरा आते ही वे बोलना शुरू हो जाएँ हो सके  तो उन्हें बताएं कि हमारे घर में बातें होती हैं तो सिर्फ अमिताभ बच्चन और उनके खानदान की | फ़िल्में देखी जाती हैं  तो सिर्फ़ और सिर्फ़ बच्चन परिवार की  | विज्ञापन देखते हैं तो बस इसी परिवार के | प्रोडक्ट खरीदते हैं तो सिर्फ़ वही जो यह खानदान बताता है |
 
मैंने शुरू कर दी है अभी से पैर छूने की कोशिश  | अपने माता - पिता  के चरण जिन्हें जब से होश संभाला है, तब से  स्पर्श नहीं किये | भला  हो इस शो का जिसने मुझे फिर से यह अवसर प्रदान किया | ये अलग बात है कि माता - पिता अमिताभ जी की तरह हमें चरण स्पर्श करने से रोकते  नहीं हैं , बल्कि खुशी - खुशी आगे बढ़ा देते हैं | उन्हें लगता होगा कि क्या पता कि ऐसा  दुर्लभ अवसर दोबारा आए ना आए | 
 
मैंने याद कर लिए हैं महान शब्द के पर्यायवाची | हर प्रश्न पर अमिताभ जी की तारीफ में कुछ ना कुछ  शब्द जड़ दूंगी | प्रश्न का उत्तर आए ना आए, उनकी तारीफ में शब्दों की कमी नहीं पड़नी चाहिए | 
 
मैंने हिदायत दे दी है अभी से अपने घरवालों, रिश्तेदारों, मित्रों  और सभी सम्बन्धियों को , कि आज और इसी वक्त से  अमिताभ बच्चन को अपना प्रिय अभिनेता घोषित कर दें | घर में महंगाई, बजट, भ्रष्टाचार को छोड़कर  सिर्फ़ बच्चन खानदान और उनकी फिल्मों की चर्चा होनी चाहिए |  यह जानते हुए भी कि इनाम की राशि चैनल देता है और अमिताभ बच्चन सिर्फ़ इस कार्यक्रम को प्रस्तुत करते हैं और इसकी एवज में मोटा पैसा लेते हैं | 
 
मैं भरसक प्रयास कर रही हूँ अपनी ज़िंदगी के सभी पीले हो चुके पन्नों को पलटने का, जिनका दूर - दूर तक अमिताभ बच्चन से कोई सम्बन्ध नहीं है  | मेरी ज़िंदगी का कोई भी पल अमिताभ जी को बताने से छूट ना जाए | मेरा यह मानना है कि उनके पास ही वह  जादू की छड़ी है, जिससे मेरी सारी तकलीफें दूर हो सकती हैं  ,जिसे मनमोहन सिंह सरकार  सँभालने के अगले ही दिन से ढूंढ रहे हैं  
 
यह जानते हुए कि  हर आम आदमी को अपनी ज़िन्दगी में जी तोड़  संघर्ष करना पड़ता है, यहाँ तक कि स्वयं अमिताभ बच्चन और उनके पिता ने भी अपनी ज़िंदगी में कठोर संघर्ष किया है,  मैं अपने संघर्षों की गाथा को अत्यंत मार्मिक अंदाज़  में प्रस्तुत करूंगी | मेरा यह पूरा प्रयास रहेगा कि अमिताभ जी को अपनी संघर्ष गाथा सुनाते समय मेरे साथ - साथ टी . वी. पर शो देख रही जनता की भी  आँखों में आँसू अवश्य आ जाएँ |