सोमवार, 17 अगस्त 2009

ग्रामर के आगे तो बड़े बड़े भूत भी भाग जाते हैं .....बिग बी .....

अभी पिछले दिनों अखबार में खबर आई कि अपने बिग बी को अंगरेजी की ग्रामर से बड़ा डर लगता था ....अरे ग्रामर से तो भूत भी डरते हैं ....ये कुमांउनी चेली भी अंग्रेजी पढ़ाती  है ...फिर भी ग्रामर से डरती है ....और ये महाशय ..इनको देखिये ..ग्रामर  ने  इनके साथ क्या किया ....
 
अदाएं तेरी देख के 'डायरेक्ट' 
हुआ मुझे 'इनडायरेक्ट' प्यार 
'जेंडर' का मेरे पता नहीं 
कहकर तूने किया उपसंहार .
 
मैं 'थ्योरी' वाला पोर्शन 
तू मीठा मीठा 'कनवरसेशन' 
तू 'सेंटेंस' है कम्प्लीट 
मैं छोटी सी 'प्रीपोसिशन' 
एक नज़र ना डाली तूने 
धूल फांक रही मेरी 'एप्लीकेशन' 
 
सारे 'एडजेक्टिव' पर तेरा कब्जा
मेरे हिस्से आए केवल 'वर्ब'  हैं
फिर भी तेरा ये कहना
कि तुझको मेरे 'पास्ट' पे शर्म है
 
 
हर 'लैटर' तेरा 'केपिटल' 
मैं बाहर का 'इन्वरटेड कोमा' 
तू कहती हम दोनों 'एंटोनियम'
मैं चाहूं तेरा 'सिनोनियम' होना 
'फुलस्टाप' की हूँ मैं बिंदी 
तू चलते रहने वाला 'कोमा' 
 
हो गया हूँ देखकर पागल
तेरे आगे सारे 'आर्टिकल' 
सदा 'पोसिटिव' मेरा प्यार 
तेरी नज़रें 'इंट्रोगेटिव' 
मैं रहा कम्पेयर की वस्तु 
तेरी डिग्री 'सुपरलेटिव' 
 
'रीअरेंज' करूंगा खुद को 
अभी मैं 'जम्बल वर्ड' हूँ 
कब बनूँगा 'फर्स्ट' 
अभी तो 'परसन थर्ड' हूँ 
 
'इन्डेफीनेट' है मेरा 'फियूचर'  
तू 'प्रेसेंट' की 'परफेक्ट' है 
'कनटिन्युअस' हो कैसे ये रिश्ता 
मैं इतना ज्यादा 'इनकरेक्ट'
 
मेरी इच्छाएँ 'एक्टिव' वाली
तू 'पेसिव' वाली 'वोइस'    
'प्लूरल' बन जाऊं ख्वाहिश मेरी
तेरी 'सिंगुलर' रहने की चोइस 
 
मेरी एक 'लैटर' के तूने 
हजारों बना डाले 'पैसेज'
थी 'अनसीन' जो धड़कन मेरी 
'सीन' हुई, बनी हँसी का मैसेज
 
मर जाऊँगा तिल तिलकर
इस ग्रामर का ऐसा चक्कर
इस जंजाल में उलझा हूँ
है कोई जो बने 'कनेक्टर'